समकालीन त्रिवेणी
समकालीन त्रिवेणी एक पारिवारिक साहित्यिक पत्रिका है जो जनवरी 2020 से निरंतर प्रकाशित हो रही है। एक वर्ष में इसके दो अंक क्रमशः जनवरी तथा जुलाई माह में प्रकाशित किए जाते हैं। इस पत्रिका का प्रचार-प्रसार न सिर्फ हिन्दी भाषी उत्तर भारत के विभिन्न शहरों बल्कि दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों तक भी है। इस पत्रिका में कहानी, लघुकथा, उपन्यास, अंश, कविता, नवगीत, गजल, व्यंग्य, लेख, संस्मरण-यात्रा, वृतांत, समीक्षा, बाल कहानी, बाल कविता, उपयोगी उद्धरण एवं सूक्तियों आदि विविध प्रकार की रोचक पठनीय सामग्री का समावेश रहता है। पत्रिका के धरोहर स्तम्भ के अंतर्गत दिवंगत रचनाकारों की कालजयी रचनाओं को भी प्रस्तुत किया जाता है। इस पत्रिका की विशेषता यह है कि इसमें स्वनामधन्य वरिष्ठ एवं स्थापित रचनाकारों के साथ-साथ संभावनाशील नए रचनाकारों को भी पूरे सम्मान के साथ स्थान दिया जाता है।
सामान्य अंकों के अतिरिक्त समय-समय पर समकालीन त्रिवेणी के विशेषांक भी प्रकाशित होते हैं जो स्थायी एवं अभिलेखीय महत्व के होते हैं। पत्रिका का अंक-5 बलिया विशेषांक के रूप में प्रकाशित हुआ था जिसमें बलिया जिले के आध्यात्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक एवं सामयिक पक्षों पर विपुल खोजपूर्ण सामग्री थी। यह अंक अत्यधिक लोकप्रिय हुआ था।
इसी प्रकार इस पत्रिका का अंक-8 बाल साहित्य विशेषांक था। इस अंक में बाल साहित्य के विभिन्न पक्षों एवं विभिन्न विधाओं पर चिंतन परक लेख तथा अन्य प्रचुर सामग्री संग्रहित है। विस्मृत हो रहे बाल साहित्य के श्रेष्ठ दिवंगत रचनाकारों की प्रमुख रचनाओं का प्रकाशन इस अंक को विशिष्ट बनाती है। बाल साहित्य के लेखकों तथा शोध छात्रों के लिए यह अंक बेहद उपयोगी है।
समकालीन त्रिवेणी के सम्पादक श्री अखिलेश श्रीवास्तव चमन स्वंय एक लब्ध प्रतिष्ठित रचनाकार हैं। साहित्य की विभिन्न विधाओं में इनकी लगभग चार दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी रचनाओं एवं पुस्तकों का पंजाबी, गुजराती, उड़िया, असमिया, कन्नड़, मलयालम, हरियाणवी, गढ़वाली एवं उर्दू भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। इनकी रचनायें महाराष्ट्र शिक्षा बोर्ड, भारतीय शिक्षा बोर्ड तथा अन्य एक दर्जन से अधिक विद्यालयों के पाठ्यक्रमों में सम्मिलित की गई हैं। इन्हें भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय दिल्ली, सोहनलाल द्विवेदी सर्जना पुरस्कार उ0प्र0 हिन्दी संस्थान लखनऊ, अमृतलाल नागर कथा पुरस्कार उ0प्र0 हिन्दी संस्थान लखनऊ, कमलेश्वर कहानी पुरस्कार, डा0 श्रीप्रसाद वरिष्ठ बाल साहित्यकार सम्मान भोपाल, श्रीमती गंगा अधिकारी स्मृति बालसाहित्य सम्मान नैनीताल, मायाश्री राष्ट्रीय बाल साहित्य पुरस्कार इंदौर, माँ धनपती देवी स्मृति कथा साहित्य सम्मान सुल्तानपुर तथा कथारंग पुरस्कार गाजियाबाद सहित दो दर्जन से अधिक पुरस्कारों से पुरस्कृत / सम्मानित किया जा चुका है।
समकालीन त्रिवेणी में प्रकाशनार्थ साहित्य की हर एक विधा की स्तरीय सार्थक एवं शालीन रचनाओं का सदैव स्वागत रहता है।